वैशाख अमावस्या।हिंदू धर्म में अमावस्या का दिन बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है और इस दिन लोग स्नान व दान करते हैं. कहते हैं कि अमावस्या के दिन विधि-विधान के साथ पूजन करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद बना रहता है. वैशाख माह में आने वाली अमावस्या को वैशाख अमावस्या कहते हैं और इस साल यह अमावस्या बहुत खा होने वाली है. क्योंकि अमावस्या के दिन ही साल का पहला सूर्य ग्रहण पड़ने जा रहा है. आइए जानते हैं कि कब है वैशाख अमावस्या और पूजा का शुभ मुहूर्त.
वैशाख अमावस्या 2023 तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार वैशाख माह की अमावस्या तिथि 19 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 23 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 20 अप्रैल को सुबह 9 बजकर 41 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार अमावस्या का पूजन 20 अप्रैल 2022, गुरुवार के दिन किया जाएगा. इस दिन सुबह 5 बजकर 51 मिनट से लेकर रात 11 बजकर 11 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा.
अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण
20 अप्रैल को अमावस्या है और इसी दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लगने जा रहा है जो कि सुबह 7 बजकर 4 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा. सूर्य ग्रहण की अवधि 5 घंटे 24 मिनट की होगी, लेकिन भारत में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा औ इसलिए इसका कोई प्रभाव यहां नहीं पड़ेगा. ऐसे मेें इस दौरान पूजा-पाठ आदि किए जा सकते हैं.
वैशाख अमावस्या पूजन विधि
वैशाख अमावस्या के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है. यदि पवित्र नदी में स्नान करना संभव नहीं है तो घर में स्नान करते समय पानी में थोड़ा सा गंगाजल अवश्य मिला लें. इसके बाद पितरों का तर्पण किया जाता है और ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं. अमावस्या का दिन दान के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण होता है. इसलिए इस दिन जरूरतमंदों को दान अवश्य दें